बच्चों के लिए हरी सब्जियां क्यों हैं जरूरी? जानें सही उम्र और फायदे
बच्चों को हेल्दी और मजबूत बनाना हर माता-पिता की प्राथमिकता होती है। इसके लिए ज़रूरी है कि उनकी डाइट में हरी सब्जियों को सही समय पर शामिल किया जाए। हरी सब्जियां पोषण से भरपूर होती हैं और बच्चे की शारीरिक, मानसिक और इम्यून सिस्टम की मजबूती में अहम भूमिका निभाती हैं। लेकिन सवाल ये उठता है – बच्चों को हरी सब्जियां कब और कैसे खिलानी चाहिए?
हमने इस विषय में बात की मैटरनल एंड चाइल्ड न्यूट्रिशनिस्ट रमिता कौर से और जाना कि कब से बच्चों की डाइट में हरी सब्जियां जोड़ना सही होता है और इनके क्या-क्या फायदे हैं।
हरी सब्जियों से मिलते हैं ये बेहतरीन फायदे:
1. खून की कमी को दूर करती हैं
हरी सब्जियों में आयरन होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने में मदद करता है।
2. पाचन तंत्र को करता है मजबूत
फाइबर से भरपूर हरी सब्जियां बच्चों के कमजोर पाचन को सुधारती हैं और उल्टी, दस्त जैसी समस्याओं से बचाती हैं।
3. इम्यूनिटी को बनाती हैं स्ट्रॉन्ग
विटामिन A, B, C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हरी सब्जियां सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से बचाव करती हैं।
4. आंखों के लिए फायदेमंद
विटामिन A से भरपूर हरी सब्जियां बच्चों की आंखों की रोशनी को बढ़ाने और उन्हें हेल्दी रखने में मदद करती हैं।
5. हड्डियों को बनाती हैं मजबूत
हरी सब्जियों में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों और दांतों को मज़बूती देते हैं और बच्चे के ग्रोथ में मदद करते हैं।
कब से शुरू करें हरी सब्जियां देना?
- 6 महीने से: सब्जियों की प्यूरी बनाकर दें
- 9-12 महीने तक: भाप में पकाकर या हल्की ग्रेवी में दें
- 1 साल के बाद: सब्जियों को उबालकर, फ्राई या किसी भी फॉर्म में दें
- बच्चों के लिए सबसे फायदेमंद हरी सब्जियां:
पालक, मेथी, सरसों, सहजन (मोरिंगा), चौलाई, कद्दू, सलाद के पत्ते और गोभी।
नोट: सब्जियां अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करें और बहुत छोटे बच्चों को कच्ची सब्जियां न दें।
निष्कर्ष
हरी सब्जियां बच्चों की डाइट का अहम हिस्सा होनी चाहिए। ये उन्हें अंदर से मजबूत बनाती हैं और भविष्य में होने वाली बीमारियों से लड़ने की ताकत देती हैं। बस सही उम्र और तरीके से शुरुआत करें और उन्हें स्वाद के साथ सेहत भी दें।
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