पत्थरचट्टा: जोड़ों के दर्द से लेकर पथरी तक का आयुर्वेदिक इलाज
पत्थरचट्टा एक ऐसा आयुर्वेदिक पौधा है, जो कई बीमारियों में बेहद फायदेमंद माना जाता है। खासकर जोड़ों के दर्द, यूरीन इन्फेक्शन, ब्लड शुगर और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं में यह चमत्कारी रूप से काम करता है।
पत्थरचट्टा के प्रमुख फायदे:
- जोड़ों के दर्द में राहत
- यूरीन इन्फेक्शन से छुटकारा
- ब्लड शुगर को नियंत्रित रखे
- हड्डियों को मजबूत बनाए
- पथरी में उपयोगी
आयुर्वेद में क्यों बढ़ा है इसका महत्व?
आजकल आयुर्वेद में पत्थरचट्टा का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसकी औषधीय पत्तियां और रस शरीर को प्राकृतिक रूप से रोगों से लड़ने की क्षमता देता है। यह हर्ब न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
क्या है पत्थरचट्टा?
पत्थरचट्टा को कलानचो के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Bryophyllum pinnatum है। इसे "एयर प्लांट" या "मिरेकल लीफ" भी कहते हैं। यह पौधा पूरे भारत में पाया जाता है और इसकी पत्तियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
पोषण तत्वों से भरपूर:
इसमें पाए जाते हैं:
- एल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स, ग्लाइकोसाइड्स
- आयरन, जिंक, कैल्शियम, पोटेशियम
- प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट
कैसे करता है काम?
- कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकता है
- फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाता है
- सूजन और अल्सर से राहत देता है
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है
- स्टोन को पेशाब के रास्ते बाहर निकालने में मदद करता है
जोड़ों के दर्द में कैसे फायदेमंद है?
पत्थरचट्टा के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और दर्द में राहत देते हैं। यह हड्डियों की मजबूती बढ़ाता है और टिशूज को स्वस्थ बनाए रखता है।
इस्तेमाल के आसान तरीके:
1. पत्थरचट्टा का रस:
100 ग्राम पत्तियां लेकर कूट लें और रस निकाल लें। सुबह-शाम खाली पेट आधा कप पी सकते हैं।
2. बाजार से जूस:
20-30 एमएल जूस दिन में दो बार लें। सुबह खाली पेट लेना ज्यादा असरदार होता है।
3. काढ़ा बनाएं:
कुछ पत्तों को धोकर एक गिलास पानी में उबालें। छानकर सुबह पिएं।
4. चाय के रूप में:
ताज़ी या सूखी पत्तियों को पानी में उबालें और चाहें तो शहद मिलाकर पिएं (अगर डायबिटिक नहीं हैं)।
5. लेप बनाकर लगाएं:
पत्तों को पीसकर हल्दी मिलाएं और जोड़ों पर लगाकर मालिश करें। दिन में तीन बार दोहराएं।
घर में उगाएं पत्थरचट्टा का पौधा:
इसका पौधा गमलों में आसानी से लगाया जा सकता है। यह बीज से नहीं, पत्तियों से उगता है। एक पत्ती से कई पौधे निकल सकते हैं। बस नियमित पानी देना जरूरी है।
निष्कर्ष:
पत्थरचट्टा सचमुच एक चमत्कारी जड़ी-बूटी है जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर को कई बीमारियों से राहत दिला सकती है। इसे अपने जीवन में शामिल करके आप प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रह सकते है
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